- प्रयागराज महाकुंभ के लिए न्योता देने महाकाल नगरी पहुंचे नेपाली बाबा, मायापति हनुमान मंदिर में विश्राम कर भक्तों से की चर्चा
- Simhastha 2028: घने कोहरे में उज्जैन कलेक्टर ने घाटों का किया निरीक्षण; त्रिवेणी घाट से नाव में बैठकर 29 किमी तक देखी स्थिति, दिए निर्देश
- Simhastha 2028: उज्जैन की सड़कों का होगा मेकओवर, सेंट्रल मार्किंग का काम शुरू; जल्द शुरू होगी आवासों की मार्किंग
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला
- महाकाल के साथ अब मंगलनाथ मंदिर में भी उमड़ रहा भक्तों का दान, 2024 में 4.5 करोड़ का आंकड़ा पार!
वसूल नहीं सकेंगे मनमर्जी का किराया:ऑटो व ई-रिक्शा चालकों की बैठक में आज तय होगी नई व्यवस्था, प्री-पेड बूथ बनाए जाएंगे
शहर में सफर के लिए ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा का किराया तय होगा। कोई भी चालक मनमर्जी से ज्यादा किराया नहीं वसूल पाएगा। इसके लिए नई व्यवस्था प्रशासन और परिवहन विभाग वाहन संचालकों के साथ निर्धारित करने जा रहा है।
इसी कड़ी में कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में शनिवार दोपहर 2 बजे कालिदास अकादमी में बैठक रखी गई है। इसमें ऑटो व ई-रिक्शा संचालकों को बुलाया गया है। दरअसल कुछ दिन पहले पुलिस व प्रशासन ने एक नंबर जारी कर स्पष्ट किया था कि यदि शहर में कोई भी ऑटो व ई-रिक्शा चालक यात्री से ज्यादा किराया लेता है तो वह शिकायत दर्ज करवा सकता है।
इसके अलावा भी अन्य माध्यमों से अधिकारियों के पास ये शिकायतें पहुंचती रही हैं कि उनसे ज्यादा किराया वसूला। बार-बार शिकायतों के स्थाई समाधान के लिए ही प्रशासन व परिवहन विभाग मिलकर नई व्यवस्था तय करने जा रहा है।
पहले रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर प्री-पेड बूथ शुरू करेंगे, बाद में अन्य पाइंट पर
नई व्यवस्था के तहत ऑटो व ई-रिक्शा का किराया प्री-पेड बूथ के जरिए तय किया जाएगा। उदाहरण के लिए किसी भी यात्री को किसी स्थान पर जाना है तो वह सीधे वाहन चालक के पास नहीं पहुंचते हुए प्री-पेड बूथ पर पहुंचेगा, वहां से उसका किराया व वाहन तय होगा। इस व्यवस्था की शुरुआत रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड से की जा सकती है। पहले इन स्थानों पर प्री-पेड बूथ स्थापित किए जाएंगे। बाद में जरूरत के हिसाब से अन्य पाइंट पर भी।
नई व्यवस्था से शिकायतों में कमी आएगी
श्रद्धालुओं के अलावा पर्यटक ज्यादा आते हैं। इनमें से ज्यादातर भौगोलिक स्थिति व दूरी से अनजान रहते हैं। लिहाजा कम दूरी का भी ज्यादा किराया ले लिया जाता है। नई व्यवस्था से सर्वाधिक इन्हीं का और सभी का फायदा भी होगा। बार-बार की शिकायतों में भी कमी आएगी। बाहरी श्रद्धालु यहां से अच्छे अनुभव लेकर लौटेंगे।
किराये काे लेकर नई व्यवस्था तय होगी
ऑटो और ई-रिक्शा संचालकों की बैठक बुलाई हैं। इसमें किराया निर्धारण को लेकर नई व्यवस्था तय होगी।
आशीष सिंह, कलेक्टर
प्री-पेड बूथ सहित अन्य व्यवस्था जो भी प्रशासन तय करेगा, हम उसके लिए राजी है।
नंदकिशोर सोलंकी, अध्यक्ष, उज्जैन ऑटो रिक्शा चालक संघ